The Hindian Times

Stand up India scheme: स्टैंड अप इंडिया योजना: अब महिलाओ को मिलेगा 1करोड़ तक का लोन मोदी सरकार लाई महिलाओं के लिए स्पेशल योजना।


बैंक ऋण की सुविधा के साथ विनिर्माण सेवाओं, व्यापार क्षेत्र आदि में ग्रीनफील्ड परियोजना उपक्रम स्थापित करने के लिए एस.सी./एस.टी. और/या महिला उद्यमियों के वित्तपोषण हेतु वित्त मंत्रालय एक विशेस योजना लेकर आया है। जिसके तहत ग्रीनफील्ड उपक्रम स्थापित करने के लिए प्रति बैंक शाखा से कम से कम एक अनुसूचित जाति (एस.सी.) या अनुसूचित जनजाति (एस.टी.) ऋणकर्ता और कम से कम एक महिला ऋणकर्ता को ₹10 लाख से ₹1 करोड़ तक के बैंक ऋण प्रदान करने में सुगमता इस योजना का उद्देश्य है। यह उपक्रम विनिर्माण, सेवाओं या व्यापारिक क्षेत्र में हो सकता है। गैर-व्यक्तिगत उपक्रम के मामले में न्यूनतम 51% शेयरधारिता एवं नियंत्रण भागीदारी एस.सी./एस.टी. या महिला उद्यमी की होनी चाहिए

इस स्कीम के फायदे:

1 : ₹10 लाख से लेकर ₹100 लाख तक के कम्पोजिट ऋण (सावधि ऋण एवं कार्यशील पूंजी सहित) के लिए सुगमता। ऋणकर्ता की सुविधा के लिए रुपे डेबिट कार्ड जारी किया जाएगा।

2 : प्रशिक्षण, कौशल विकास, परामर्श, परियोजना रिपोर्ट तैयार करने, आवेदन भरने, वर्क शेड/उपयोगिता सहायता सेवाओं, सब्सिडी योजनाओं आदि में संलग्न एजेंसियों के नेटवर्क के माध्यम से सिडबी का वेब पोर्टल सहायता प्रदान करता है।

आवेदन का पात्र:

1 : आवेदक उद्यमि ही होनी चाहिए।

2 : यदि आवेदक पुरुष है तो उसे एस.सी./एस.टी. श्रेणी से होना चाहिए।

3 : आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।

4 : आवेदक किसी बैंक/वित्तीय संस्थान के लिए भुगतानचूककर्ता नहीं होना चाहिए।

आवेदन प्रक्रिया:

आवेदन करने के लिए अपनी निकटस्थ बैंक शाखा से संपर्क करें (अपनी निकटस्थ बैंक यहां खोजें – https://www.rbi.org.in/Scripts/query.aspx)

या लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर (एल.डी.एम) के माध्यम से (अपने जिले के एल.डी.एम. का पता एवं ईमेल यहां देखें – https://www.standupmitra.in/LDMS#NoBack)

या पोर्टल के माध्यम से आवेदन करें: www.standupmitra.in

प्रक्रिया:

1 : सबसे पहले, स्टैंडअप इंडिया के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: https://www.standupmitra.in/Login/Register

2 : व्यवसाय के अवस्थान का पूर्ण विवरण भरें।

3 : एस.सी., एस.टी., महिला के बीच श्रेणी का चुनें और यह कि क्या भागीदारी 51% या इससे अधिक है।

4 : प्रस्तावित व्यवसाय की प्रकृति; ऋण राशि, व्यवसाय का अपेक्षित विवरण, परिसर का विवरण आदि चुनें।

5 : विगत व्यावसायिक अनुभव तथा कार्यावधि वाले फील्ड भरें।

6 : आवश्यक हैंड-होल्डिंग की ज़रूरत चुनें।

7 : समस्त वांछित व्यक्तिगत विवरण भरें, जिसमें उपक्रम का नाम एवं अंतर्नियक सम्मिलित हैं।

8 : अंत में, प्रक्रिया पूरी करने के लिए रजिस्टर बटन चुनें।

पंजीकरण पूरा कर लेने पर आप संबंधित वित्तीय संस्थान में स्टैंडअप इंडिया के अंतर्गत ऋण आवेदन प्रक्रिया शुरू करने के लिए
पात्र होते हैं, जिसके पश्चात स्टैंडअप इंडिया की ऋण प्रक्रिया एवं आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के लिए अधिकारी आपसे संपर्क करते हैं।

आवश्यक दस्तावेज:

1 : पहचान प्रमाणपत्र : मतदाता पहचान पत्र / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस / पैन कार्ड / मालिक के वर्तमान बैंकरों, निदेशक के भागीदार (यदि कोई कंपनी है) से हस्ताक्षर की पहचान)

2 : निवास का प्रमाण: हाल के समय का टेलीफोन बिल, बिजली बिल, प्रोपराइटर , निदेशक का भागीदार (यदि कोई कंपनी है) का संपत्ति कर की रसीद / पासपोर्ट / मतदाता पहचान पत्र

3 : व्यापार पते का प्रमाण

4 : प्रमाण जो बताता है कि आवेदक किसी बैंक/वित्तीय संस्थान में डिफाल्टर नहीं है

5 : कंपनी के ज्ञापन और संस्था के अंतर्नियम/भागीदारों का भागीदारी विलेख आदि।

6 : नवीनतम आयकर विवरणी के साथ प्रमोटरों और गारंटरों की परिसंपत्ति और देयताओं का विवरण।

7 : मकान किराया अनुबंध (रेंट एग्रीमेंट) (यदि व्यावसायिक परिसर किराए पर है) और यदि लागू हो तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मंजूरी।

8 : एसएसआई / एमएसएमई पंजीकरण (यदि लागू हो)

9 : कार्यशील पूंजी सीमा के मामले में अगले दो वर्षों के लिए और सावधि ऋण के मामले में ऋण की अवधि के लिए अनुमानित तुलन-पत्र।

10 : प्राथमिक और संपार्श्विक प्रतिभूतियों के रूप में दी जा रही सभी परिपत्तियों के पट्टा विलेख /हकदारी विलेख की छायाप्रति।

11 : वे दस्तावेज जिससे यह साबित हो कि आवेदक अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित है, जहां कहीं लागू हो।

12 : आरओसी से निगमन का प्रमाण पत्र साबित हो सके कि कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी एससी / एसटी / महिला वर्ग से संबंधित व्यक्ति के हाथ में है या नहीं।

25 लाख रू. से अधिक ऋण जोखिम वाले मामलों के लिए:

1 : यूनिट का प्रोफाइल (कंपनी में प्रवर्तकों, अन्य निदेशकों के नाम, की जा रही गतिविधियाँ, सभी कार्यालयों और संयंत्रों के पते , शेयरधारिता पैटर्न आदि सहित)।

2 : सहयोगी/समूह कंपनियों (यदि कोई हो) की पिछले तीन वर्षों का तुलन-पत्र।

3 : परियोजना रिपोर्ट (प्रस्तावित परियोजना के लिए यदि सावधि निधीयन की आवश्यकता है) में प्राप्त की जाने वाली मशीनरी का विवरण, जिससे प्राप्त किया जाना है, आपूर्तिकर्ताओं के नाम, मशीनों की क्षमता जैसे वित्तीय विवरण, स्वीकृत उपयोग की क्षमता, उत्पादन, बिक्री, अनुमानित लाभ और हानि और ऋण की अवधि के लिए तुलन-पत्र, श्रम का विवरण, काम पर रखे जाने वाले कर्मचारी, ऐसे वित्तीय विवरणों की धारणा के आधार आदि।

4 : विनिर्माण प्रक्रिया, यदि लागू हो, कंपनी में अधिकारियों की प्रमुख प्रोफ़ाइल, कोई टाई-अप, उपयोग किए गए कच्चे माल और उनके आपूर्तिकर्ताओं के बारे में विवरण, खरीदारों के बारे में विवरण, प्रमुख-प्रतिस्पर्धियों के बारे में विवरण और उनके प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कंपनी की मजबूती और कमजोरियों के बारे में आदि।

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